लेकिन जब मंगल बुध मुश्तर्का, मसनुई सनीचर राहु के मन्दे स्वभाव का होवे तो औलाद माता के पेट में ही बर्बाद होती जावे।
22.
मुगलिया सल्तनत का नॉस्टेल्जिया कहिए या मुश्तर्का कल्चर का, इस गुस्ताख सवाल पर उनकी भँवें ही नहीं टेढ़ी हुईं, खसखसी दाढ़ी भी गुस्से से काँपने लगी।
23.
दौरान मुकदमा विपक्षी सं0-1 उसका पिता अथवा परिवारजन बलपूर्वक मुश्तर्का मकान निजाई अथवा उसके किसी अंश को बलपूर्वक दखल कर लेगे, दुकान रहन-सहन वादीगण को बाधा उत्पन्न हो जायेगे, अपूर्णनीय क्षति हो जायेगी।
24.
अगर कुण्डली में शुक्र बुध बर्बाद या मन्दे हों और स्त्री ग्रह शुक्र चन्द्र के साथ नर ग्रह बृहस्पति या सूरज या मंगल मददगार साथी या मुश्तर्का (इकट्ठे) हों तो जिस साल सनीचर की मदद या उसके आम दौरे ताल्लुक हो जाये तो भी शादी होने का वक्त होगा।
25.
1. नर ग्रह, स्त्री ग्रह साथ में पापी ग्रह (सिवाये बुध) मुश्तर्का की पंचायत हो तो किस्मत की धनी, हुक्मरान (राज करने वाला) साहबे औलाद दर औलाद (बेटे का आगे बेटा) दौलत व ग्रहस्थ का सुख सागर उम्दा (बढ़िया) व लम्बा और उम्र लम्बी होगी।