कुछ दृष्यों में लगेगा कि वे नाटकीय हो रहे हैं और ऐसा तो वे और फिल्मों में काम करते समय नहीं करते हैं पर जैसे जैसे फिल्म आगे बढ़ती है राज कपूर खो जाते हैं और मुसीबत का मारा वह अनाम गरीब चरित्र परदे पर रह जाता है जिसके सामने परेशानियाँ आती रहती हैं और जो अंजाने में ही उस इमारत में रह रहे लोगों और अपराधियों के भेद खोलता चला जाता है।
22.
कुछ दृष्यों में लगेगा कि वे नाटकीय हो रहे हैं और ऐसा तो वे और फिल्मों में काम करते समय नहीं करते हैं पर जैसे जैसे फिल्म आगे बढ़ती है राज कपूर खो जाते हैं और मुसीबत का मारा वह अनाम गरीब चरित्र परदे पर रह जाता है जिसके सामने परेशानियाँ आती रहती हैं और जो अंजाने में ही उस इमारत में रह रहे लोगों और अपराधियों के भेद खोलता चला जाता है।