| 21. | इसके रोग दशानुसार व्यवहार करने से पथरी गलकर मूत्र मार्ग से निकल [...]
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| 22. | महिलाओं को गर्भाशय ग्रीवा और मूत्र मार्ग में सबसे पहले यह रोग संक्रमित करता है।
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| 23. | अश्मरी (पथरी) का भेदन कर मूत्र मार्ग से निकाल देने के लिए यह प्रसिद्ध महौषधि है।
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| 24. | मूत्र मार्ग के संक्रमण आम हैं और उचित एंटीबायोटिक द्वारा उनका इलाज किया जा सकता है.
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| 25. | या नाक से और पापी लोगों के प्राण मल मूत्र मार्ग से बाहर निकलते हैं ।
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| 26. | इसके साथ ही मूत्र मार्ग को भी साबुन से बचाएं नहीं तो यह पीड़ादायी हो सकता है.
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| 27. | यह थकान, तनाव, रोकने में मदद मिलेगी मूत्र मार्ग में संक्रमण, जेट अंतराल और संभवतः यात्रियों
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| 28. | एमआरएसए के कारण मूत्र मार्ग का घातक संक्रमण, निमोनिया और जख्मों में इंफेक्शन हो सकता है।
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| 29. | इसके साथ ही मूत्र मार्ग को भी साबुन से बचाएं नहीं तो यह पीड़ादायी हो सकता है.
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| 30. | मूत्र मार्ग, छह प्रमुख अंगों-दो वृक्क (गुर्दे), दो मूत्रवाहिनी (यूरेटर), मूत्राशय और यूरिथ्रा से मिलकर बना होता है।
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