| 21. | वैज्ञानिकों ने 11 मूल कण तो खोज लिए लेकिन 12वें कण को खोज नहीं पाए।
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| 22. | वैज्ञानिक भी उस मूल कण की खोज में हैं जिस से तमाम ब्रह्मांड निर्मित हुआ है।
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| 23. | इतना भारी मूलकण चाहे हिग्ग्ज़ बोसान न भी हो, कोई नवीन मूल कण अवश्य है।
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| 24. | प्रकति के मूल कण नहीं है अपितु वो और भी छोटे कणों का संगठन मात्र है.
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| 25. | मूल कण विलुप्त हो जाता है और उसकी जगह दो या ज्यादा भिन्न कण ले लेते हैं।
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| 26. | मूल कण विलुप्त हो जाता है और उसकी जगह दो या ज्यादा भिन्न कण ले लेते हैं।
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| 27. | स्टैंडर्ड मॉडल-पदार्थ का सबसे छोटा कण जिसका आगे और विभाजन संभव नहीं, मूल कण कहलाता है।
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| 28. | सन् 1932 में न्यूट्रॉन की खोज की गई जो प्रोट्रॉन से कुछ भारी और एक अनावेशित मूल कण है।
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| 29. | ये मूल कण फिर एक दूसरे को खत्म करने लगेंगे नतीजे में मिलेगा एक ऐसा ब्रह्माण्ड जिसमें कुछ नहीं होगा।
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| 30. | एक मूल कण है जिसकी प्रथम परिकल्पना 1964 में दी गई [1][2] और इसका प्रायोगिक सत्यापन 14 मार्च 2013 को किया गया।
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