| 21. | निश्कर्श मूल वाद संख्या 16 / 04 के विवाद्यक संख्या-1 तथा मूल वाद संख्या-24/04 के विवाद्यक संख्या-1 का निस्तारण।
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| 22. | मूल वाद की पत्रावली के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि उसमें सुनवायी की तिथि 27-5-09 नियत है।
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| 23. | मूल वाद में कुल 8 वाद बिन्दु सृजित किए गए जो निम्न प्रकार हैंः-पर परिपक्व हो चुके हैं?
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| 24. | मूल वाद संख्या-24 / 04 की प्रत्यर्थी संख्या-2, प्रत्यर्थी संख्या-1 की माता तथा प्रत्यर्थी संख्या-3 प्रत्यर्थी संख्या-1 की भाभी है।
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| 25. | वादी द्वारा मूल वाद प्रतिवादी पूरन चन्द्र एवं कृष्णानन्द के विरूद्ध बाबत स्थायी निषेधाज्ञा योजित किया गया था।
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| 26. | वैवाहिक मूल वाद संख्या-07 / 2007 भुवन सिहं मेहता पुत्र श्री पूरन सिहं मेहता, निवासी-चॉदमारी लोहाघाट, पो0औ0 लोहाघाट, तहसील-लोहाघाट, जिला-चम्पावत।
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| 27. | अपीलार्थी / वादी अपील में कुछ और अभिकथन लेकर आया है और मूल वाद में कुछ और अभिकथन लेकर आया है।
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| 28. | उपस्थित श्री सुखराम (उच्चतर न्यायिक सेवा) मूल वाद संख्या 1437/2007 पंजाब नेशनल बैक, शाखा नैनी, इलाहाबाद द्वारा वरिष्ठ प्रबन्धक।
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| 29. | मूल वाद मे वादी देना बैंक ने कहा कि, वह धारा-3, बैंकिंग कम्पनीज ऐक्ट-1970 के अन्तर्गत कारपोरेट बाडी है।
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| 30. | वैवाहिक मूल वाद संख्या-3 / 2009 गोबिन्द लाल पुत्र स्व श्री रिंची, निवासी ग्राम पाटन प0क्षे. पाटन, थाना लोहाघाट जिला चम्पावत।
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