ब्रह्मपुत्र नदी हिमालय में अपने उद्गम से लगभग 2, 900 किमी बहकर यमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा नदी की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलती है और बाद में दोनों का मिश्रित जल बंगाल की खाड़ी में गिरता है।
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पूरी प्रक्रिया के बारे में जिस तरह से ग्राहकों को जागरुक किया जाना चाहिए वह अभी तक नहीं हो पा रहा है जिससे भी ग्राहक जानकारी के अभाव में अपनी मूल शाखा वाले बैंक की शाखाएं दूसरे शहरों में ढूंढते रहते हैं.
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ब्रह्मपुत्र नदी हिमालय में अपने उद्गम से लगभग 2, 900 कि. मी. बहकर यमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा नदी की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलती है और बाद में दोनों का मिश्रित जल बंगाल की खाड़ी में गिरता है।
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इसके लिए इस फॉर्म में मूल बैंक का नाम, खाता संख्या, खाता धारक का नाम और बैंक का आईऍफ़सी कोड भरकर धनराशि जमा करवानी होगी जिससे धन उसकी मूल शाखा वाले खाते तक पहुँच जायेगा और इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि भी नहीं रहेगी.
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एनईऍफ़टी द्वारा बैंकों से धन का हस्तांतरण पहले ही बहुत आसान हो चुका है अब इस कड़ी में सरकार और रिज़र्व बैंक ने मिलकर पूरे देश में किसी भी शाखा में किसी भी शाखा का पैसा जमा कराने की सुविधा भी दे दी है जिससे कोई भी खाताधारक देश के किसी भी हिस्से में होने के बाद भी अपनी मूल शाखा वाले खाते में किसी भी बैंक से धन जमा करा सकता है.
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रू. 3 लाख तक प्रतिमाह निःशुल्क अथवा 25 ट्रांजैक्शन, दोनों में से जो कम हो, रू.3 लाख से अधिक जमा करने या 25 ट्रांजैक्शन से ऊपर होने पर प्रति रू.1000 /-पर रू.2 /-की दर से शुल्क लिया जाएगा, न्यूनतम रू.50 /-(मूल शाखा वाले शहर के अंतर्गत गैर-मूल शाखाओं में नकदी जमा सीमा रू.25,000 /-प्रति खाता प्रतिदिन है)