नीचे दिये गये चित्र मे एक इलेक्ट्रान तथा पाजीट्रान की धारा टकराकर विनष्ट हो रही है, इस प्रक्रिया मे क्वार्क और प्रतिक्वार्क बन रहे है तथा अंततः मेसान तथा बारयान का निर्माण कर रहे है।
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इस सूत्र में m कण की संहति, n एक घन सम में कणों की संख्या, h प्लैंक नियतांक, k बोल्ट्जमैन नियतांक, T समुदाय परम ताप और g को हम भारगुणक कहते हैं जिसका मूल्य इलेक्ट्रान के लिए दो और मेसान के लिए तीन है।
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इस सूत्र में m= कण की संहति, n= एक घन सम में कणों की संख्या, h= प्लैंक नियतांक, k= बोल्ट्जमैन नियतांक, T= समुदाय का परम ताप और g को हम भारगुणक कहते हैं जिसका मूल्य इलेक्ट्रान के लिए दो और मेसान के लिए तीन है।
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क्या है यह ' हिग्ग्ज़ बोसान '? ब्रह्माण्ड में कुछ मूल कण हैं जैसे इलैक्ट्रान, क्वार्क, न्यूट्रिनो फ़ोटान, ग्लुआन, आदि, और कुछ संयुक्त कण, जैसे प्रोटान, न्यूट्रान, मेसान आदि, जो इन मूल कणों के संयोग से निर्मित होते हैं।