तक्षशिला का एक विभाग धनुःविद्या शास्त्र था, जिसमें भारत के विभिन्न भागों से सैंकडों राजकुमार युद्धविद्या सीखने आते थे।
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मैं युवराजों के साथ क्यों नहीं शिक्षा प्राप्त कर सकता? थोड़ी देर पहले गुरुदेव ने कहा था कि युद्धविद्या केवल क्षत्रियों का कर्तव्य है।
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मैं युवराजों के साथ क्यों नहीं शिक्षा प्राप्त कर सकता? थोड़ी देर पहले गुरुदेव ने कहा था कि युद्धविद्या केवल क्षत्रियों का कर्तव्य है।
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इसलिए दूसरी शताब्दी में और उसके बाद विदेशी सैनिकों का एक नया वर्ग आया जो अपने राष्ट्रीय हथियारों तथा युद्धविद्या का प्रयोग प्रारंभिक सहायक सैनिकों की भाँति करता रहता था।
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उसके बाद तो कुछ ऐसा हुआ कि भार्गव की बजाय परशुराम ही मानो कुल नाम पड़ गया और वह हर वंशज, जो युद्धविद्या में प्रवीण हो गया, खुद को परशुराम कहलाना ही पसंद करने लगा।
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जब खबर यह आयी कि चीन ने एक क्रूज मिसाइल जहाजों को निशाना बनाने के लिए विकसित कर लिया है तो सभी नौसैनिक युद्धविद्या विशारदों में खलबली मच गयी क्यूंकि इसके कारणवश मौजूदा शक्ति संतुलन बिगड़ जायेगा ।
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महत्वपूर्ण पाठयक्रमों में यहां वेद-वेदान्त, अष्टादश विद्याएं, दर्शन, व्याकरण, अर्थशास्त्र, राजनीति, युद्धविद्या, शस्त्र-संचालन, ज्योतिष, आयुर्वेद, ललित कला, हस्त विद्या, अश्व-विद्या, मन्त्र-विद्या, विविद्य भाषाएं, शिल्प आदि की शिक्षा विद्यार्थी प्राप्त करते थे।