जिन इतिहासकारों ने उस समय की घटनाओं का विश्लेषण किया है, उनका मानना है राजा कृष्णदेव राय की युद्धक्षेत्र में विलक्षण उपलब्धियों का कारण सिर्फ उनकी वीरता और युद्ध-कौशल ही नहीं था बल्कि उनके द्वारा किये गए प्रशासनिक सुधार भी थे.
22.
संभव है, आर्यों के बाहर से भारत में आने एवं अपने युद्ध-कौशल द्वारा इस परप्रभुत्व जमा लेने के मन्तव्य के पीछे कोई राजनीतिक चाल हो, जिसका स्वरूपसंक्षेप में यह है-जो भारतीय देशभक्त यह मानकर कि अंग्रेजों ने बाहर से आकर इसदेश को अपनी प्रपंच-नीति आदि द्वारा अपना दास बनाया, अतः इसे (स्वदेश को) मुक्तकरने के प्रयास करें, उन देशभक्तों के समक्ष यह वस्तु-~ स्थिति प्रस्तुत कियाजाना आंग्ल शासकों के अभिमत था कि, अंग्रजों का बाहर से यहां आकर भारत को अपनेअधीन करना भारतीय इतिहास की कोई अभूतपूर्व घटना नहीं है, जिसके लिए अंग्रेजोंको दोष-भाजन माना जाए.