| 21. | क्या उपरोक्त दुर्घटना जीप नम्बर यू0 पी0 70जे / 9213 के चालक की योगदायी उपेक्षा के कारण घटित हुई?
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| 22. | इस दुर्घटना के कारित होने में स्वयं मृतक की कोई लापरवाही या योगदायी उपेक्षा साबित नहीं होती है।
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| 23. | वाद बिन्दु संख्या 5 यह है कि क्या दुर्घटना में मारूति कार चालक की भी योगदायी उपेक्षा थी?
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| 24. | कथित दुर्घटना दुर्घटनाग्रस्त वाहन की योगदायी उपेक्षा का परिणाम थी, याची किसी प्रतिकर को पाने का अधिकारी नही है।
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| 25. | चूंकि वाद बिन्दु संख्या-4 योगदायी उपेक्षा के परिणाम के फलस्वरूप दुर्घटना होने के संबंध में निर्मित किया गया है।
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| 26. | क्या उपरोक्त दिनांक, स्थान व समय पर घटित दुर्घटना स्कूटर चालक मृतक के योगदायी उपेक्षा के परिणाम स्वरूप घटित हुई?
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| 27. | ३) अंतरजाल से अध्ययन में सहयोग लें पुस्तकें पढ़ने के साथ-साथ अंतरजाल भी आपकी स्वयंशिक्षा में योगदायी सिद्ध हो सकता है।
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| 28. | ऐसी स्थिति में शर्तो के योगदायी उपेक्षा का मामला बनता है और दोनों कम्पनियॉ प्रतिकर अदा करने के लिए उत्तरदायी होगी।
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| 29. | क्या कथित दुर्घटना हीरो होण्डा स्पेलेण्डर यू. पी 44 ई 3081 के चालक की योगदायी उपेक्षा के फलस्वरूप घटित हुई थी?
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| 30. | क्या उक्त दिनांक को दुर्घटना में लिप्त बस व मोटर साईकिल दोनों के चालकों की योगदायी उपेक्षा के कारण दुर्घटना घटित हुयी?
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