और नम आँखों में आख़िर उसने सूर्य की सारी रक्तिमा समेट ली थी अपनी हाथ की कोमल रेखाएँ अपनी ही मुठ्ठी में भींच लीं थीं कर पूरे वजूद को इकठ्ठाकिया फिर उसने ये फ़ैसला नापाक निगाहों का अब भय नही था बेबसी के आँसू अब बहने नही थे अपनी नज़रों में गुनहगार नही अब अपनी ही अस्मत तो उसने बेची थी किसी की बेबसी तो खरीदी न थी
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* हाइब्रिड टी-यह बङे फूलों वाला महत्वपूर्ण वर्ग है इस वर्ग के पौधे झाङीनुमा, लम्बे, और फैलने वाले होते है इनकी विशेषता यह है कि प्रत्येक शाखा पर एक फूल निकलता है, जो अत्यन्त सुन्दर होता है हालाँकि कुछ ऐसी किस्में भी हैं, जिनमें छोटे समूह में भी फूल लगते है अधिक पाला पङने की स्थिति में कभी-कभी पौधे मर जाते है इस वर्ग की प्रमुख किस्में है एम्बेसडर, अमेरिकन प्राइड, बरगण्डा, डबल, डिलाइट, फ्रेण्डसिप, सुपरस्टार, रक्त गंधा, क्रिमसनग्लोरी, अर्जुन, जवाहर, रजनी, रक्तगंधा, सिद्धार्थ, सुकन्या, फस्टे रेड, रक्तिमा और ग्रांडेमाला आदि
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हाइब्रिड टी-यह बङे फूलों वाला महत्वपूर्ण वर्ग है इस वर्ग के पौधे झाङीनुमा, लम्बे, और फैलने वाले होते है इनकी विशेषता यह है कि प्रत्येक शाखा पर एक फूल निकलता है, जो अत्यन्त सुन्दर होता है हालाँकि कुछ ऐसी किस्में भी हैं, जिनमें छोटे समूह में भी फूल लगते है अधिक पाला पङने की स्थिति में कभी-कभी पौधे मर जाते है इस वर्ग की प्रमुख किस्में है एम्बेसडर, अमेरिकन प्राइड, बरगण्डा, डबल, डिलाइट, फ्रेण्डसिप, सुपरस्टार, रक्त गंधा, क्रिमसनग्लोरी, अर्जुन, जवाहर, रजनी, रक्तगंधा, सिद्धार्थ, सुकन्या, फस्टे रेड, रक्तिमा और ग्रांडेमाला आदि