अत: व्याप्ति को सिद्ध करने के लिए आप्त वाक्य रूप शब्द को प्रमाण के रूप में नहीं स्वीकार किया जा सकता।
22.
आँख, कान, नाक, जिह्वा और त्वचा के द्वारा रूप शब्द गन्ध रस एवं स्पर्श का प्रत्यक्ष हम सबको होता है।
23.
हिन्दी-उर्दू मे चेहरा, मुखड़ा,शक्ल के लिए प्रचलित रूप शब्द संस्कृत की रूप् धातु से आया है जिसका मतलब होता है सुंदर, चमक, कांति आदि।
24.
चक्षुश्रौत्र, घ्राण, जिह्वा, काय और उनके विषय रूप शब्द, गन्ध, रस और स्पर्श ये पांच मुख्य उपादाय रूप हैं।
25.
परमपिता परमात्मा तो दिव्य ज्योति-ज्योतिर्विन्दु रूप आत्मा-शिव का भी परमपिता रूप परमतत्त्वम् रूप आत्मतत्त्वम् शब्दरूप भगवत्तत्त्वम् रूप अलम् रूप शब्द (बचन) रूप खुदा-गॉड-भगवान् है ।
26.
शिव-शक्ति की इच्छा-शक्ति एक प्रकार की दैवी शक्ति होती है जो परमतत्त्वं (आत्मतत्त्वम्) रूप शब्द-ब्रह्म से हंसो रूप शिव-शक्ति रूप शब्द शक्ति को प्राप्त रहता है।
27.
परन्तु ज्योति रूपा शक्ति तुरन्त ही अपनी पैतृक अथवा आनुवांशिक रूप ‘ वचन ' रूप शब्द रूप को छोड़कर तुरन्त ही ज्योति पुंज रूप में परिवर्तित हो गयी।
28.
हिन्दी-उर्दू मे चेहरा, मुखड़ा, शक्ल के लिए प्रचलित रूप शब्द संस्कृत की रूप् धातु से आया है जिसका मतलब होता है सुंदर, चमक, कांति आदि।
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मूल्यांकन करने पर रेट्रोस्पेक्टिफ का संक्षिप्त रूप शब्द रेट्रो सांस्कृतिक संदर्भों में प्रयुक्त होने लगा 1970 के दशक में फ्रेंच शब्द मोड रेट्रो का प्रयोग कर फिल्मों और उपन्यासों में नाजि़यों के कब्ज़े के दौरान फ्रांसीसी नागरिकों के आचरण का आकलन करने के लिए किया गया.
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मूल्यांकन करने पर रेट्रोस्पेक्टिफ का संक्षिप्त रूप शब्द रेट्रो सांस्कृतिक संदर्भों में प्रयुक्त होने लगा 1970 के दशक में फ्रेंच शब्द मोड रेट्रो का प्रयोग कर फिल्मों और उपन्यासों में नाजि़यों के कब्ज़े के दौरान फ्रांसीसी नागरिकों के आचरण का आकलन करने के लिए किया गया.