जैसा कि नीचे के उदाहरणों में देखा जा सकता है, कोशिकाओं का ऐसा शारीरिक बहुजनन वास्तव में गौण रूप से रोगात्मक कारक का परिणाम हो सकता है.
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जैसा कि नीचे के उदाहरणों में देखा जा सकता है, कोशिकाओं का ऐसा शारीरिक बहुजनन वास्तव में गौण रूप से रोगात्मक कारक का परिणाम हो सकता है.
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अलबत्ता साइंसदान इतना ज़रूर जानतें हैं कौन-कौन सी चीज़ें हैं परिस्थितियाँ हैं, रोगात्मक स्थितियां,रोग संक्रमण हैं जो एपिलेप्सी की संभावना को बढा सकतें हैं ।
24.
चिकित्सक का कार्य रोगात्मक चक्र में हस्तक्षेप करके प्राकृतिक सन्तुलन को कायम करना और उचित आहार और औषधि की सहायता से स्वास्थ्य प्रक्रिया को दुबारा शुरू करना है।
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उल्लेखित तमाम रोगात्मक स्थितियों की दुरुस्ती के लिए ज़रूरी है, फेफड़ों तक श्वसनी थैलियों तक निर्बाध, रीढ़ से चलने वाले संदेशों / संप्रेषणों का पहुंचना.
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चिकित्सक का कार्य रोगात्मक चक्र में हस्तक्षेप करके प्राकृतिक सन्तुलन को कायम करना और उचित आहार और औषधि की सहायता से स्वास्थ्य प्रक्रिया को दुबारा शुरू करना है।
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चिकित्सक का कार्य रोगात्मक चक्र में हस्तक्षेप करके प्राकृतिक सन्तुलन को कायम करना और उचित आहार और औषधि की सहायता से स्वास्थ्य प्रक्रिया को दुबारा शुरू करना है।
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यह वह रोगात्मक स्थिति है जिसमें हृदय को खून ले जाने वाली धमनी में कोई एमबोलस (खून का थक्का) कहीं ओर से आके फंस जाता है.
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अलबत्ता साइंसदान इतना ज़रूर जानतें हैं कौन-कौन सी चीज़ें हैं परिस्थितियाँ हैं, रोगात्मक स्थितियां, रोग संक्रमण हैं जो एपिलेप्सी की संभावना को बढा सकतें हैं ।
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गालों का अस्तर लँग कैंसर पूर्व की स्तिथि की सूचना दे सकता है क्योंकि गालों के अंदरूनी ऊतक की जांच फेफडों की रोगात्मक स्तिथि का भी आइना होती है.