विकिपीडिया पर ध्वन्यात्मक रोमन वर्णमाला परिवर्तक उपलब्ध है, इसलिए रोमन कुञ्जीपटल का उपयोग देवनागरी में टंकण करने के लिए किया जा सकता है बिना किसी विशेष हिन्दी टाइपिंग सॉफ्टवेर डाउनलोड करे।
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इस सच्चाई के बावज़ूद कि रोमन वर्णमाला और रोमन लिपि अत्यंत दोषपूर्ण हैं और जिन ध्वनियों का हम उपयोग कर सकते हैं उन्हें लिखने में नितांत असमर्थ है फिर भी इसे सरल बताया जा रहा है।
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चूंकि हिन्दी विकिपीडिया इण्डिक स्क्रिप्ट देवनागरी का प्रयोग करता है इसलिए इसमें जटिल पाठ प्रतिपादन सहायक की आवश्यकता पड़ती है जिसके लिए यहां पर ध्वन्यात्मक रोमन वर्णमाला परिवर्तक उपलब्ध है अत: यहाँ देवनागरी(हिन्दी) लिखना अत्यंत सरल है।
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चूंकि हिन्दी विकिपीडिया इण्डिक स्क्रिप्ट देवनागरी का प्रयोग करता है इसलिए इसमें जटिल पाठ प्रतिपादन सहायक की आवश्यकता पड़ती है जिसके लिए यहां पर ध्वन्यात्मक रोमन वर्णमाला परिवर्तक उपलब्ध है अत: यहाँ देवनागरी(हिन्दी) लिखना अत्यंत सरल है।
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रोमन वर्णमाला की अपूर्णता तथा विभिन्न भाषाओं द्वारा इसके ग्रहण ने लेखन में अत्यधिक विभ्रम उत्पन्न कर दिया हैं, संस्कृत शब्द ‘ ईश ' अलियास ईशु अंग्रेजी ग्रीक तथा लैटिन भाषा में विभिन्न प्रकार से किहा जाता है।
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चूंकि हिन्दी विकिपीडिया इण्डिक स्क्रिप्ट देवनागरी का प्रयोग करता है इसलिए इसमें जटिल पाठ प्रतिपादन सहायक की आवश्यकता पड़ती है जिसके लिए यहां पर ध्वन्यात्मक रोमन वर्णमाला परिवर्तक उपलब्ध है अत: यहाँ देवनागरी (हिन्दी) लिखना अत्यंत सरल है।
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जो मैं कह रहा था, उसे लिखा कैसे जाये इस पर भी बहस हु ई. जब “ लड़की ” लिखना था तो मैंने कहा कि “ ladki ” लिखो या “ larki ”, क्योंकि अंग्रेज़ी में “ ड़ ” की ध्वनि नहीं होती, तो वह बोला, पर हिन्दी को रोमन वर्णमाला में लिखने का नियम क्या है?
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जब जब इंसान को किसी भी नयी आवश्यकता की जरूरत हुई, उसने उसका आविष्कार किया और उसको अधिक से अधिक सुविधा जनक बनाया | २ ६ अक्षरों कीवर्णमाला को भले ही अंग्रेजी वर्णमाला को रोमन वर्णमाला कहा जाए लेकिन रोमन लोगों ने इसको नहीं ईजाद किया था | उन्होंने सिर्फ लिखित भाषा को सुधार कर और इसको नए नए रूप में संवारा | हजारों वर्षों से कई देशों में यह अपने अपने ढंग से विकसित हुई और अभी भी हो रही है | वर्णमाला के अधिकतर अक्षर जानवरों और आकृतियों के प्राचीन चित्रों के प्रतिरूप ही है..