20वीं-सदी के सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसलों द्वारा नागरिकों के नागरिक अधिकारों के संघीय प्रवर्तन को विस्तारित किये जाने पर, पुनर्निर्माण के दिनों से लंबे समय से उपेक्षित फ़ोर्स अधिनियम और क्लान अधिनियम को पुनर्जीवित किया गया और संघीय वकीलों द्वारा इनका प्रयोग 1964 में चेनी, गुडमैन और श्वेर्नर की हत्याओं[98] और 1965 में वियोला लियुज़ो की हत्या[99] की जांच और अभियोग के लिये आधार के रूप में किया गया.