| 21. | आज तक कभी तिशना लब न रहा था।
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| 22. | अब न लब पे है तबस्सुम की झलक
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| 23. | लब ना खोलना, दिल में शोर बहुत है
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| 24. | तुतलाती हुई जो लब पर आकर रुके ना
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| 25. | मुस्करहट लब पे लाना कितना मुश्किल हो गया.
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| 26. | तेरे लब पर मैं, सुनो, नूर-ए आब बेलता हूँ।
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| 27. | लब तो टकराए, न छू सके दिल मेरा
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| 28. | मुस्करहट लब पे लाना कितना मुश्किल हो गया. १
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| 29. | एक बार ज़ाम लब से लगाकर तो देखिये।
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| 30. | और, थरथराते लब का वो जादू टोना!
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