यहां 170 से भी अधिक वनप्रदेश हैं (जो क्षेत्र समावेशित करते हैं), 78 सार्वजनिक पार्क हैं (जो क्षेत्र समावेशित करते हैं) और 10 सार्वजनिक उद्यान हैं.
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अपने नाम के अनुरुप यह मूलत: एक वनप्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरुप (जिसे बाद में कुछ लोगों द्वारा वनांचल आंदोलन के नाम से जाना जाता है)
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अपने नाम के अनुरुप यह मूलत: एक वनप्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप (जिसे बाद में कुछ लोगों द्वारा वनांचल आंदोलन के नाम से जाना जाता है)
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प्रभु की कृतियाँ भी कितने विस्मय से भरी हैं! हाथी के पास ऐसी विशाल काया है, जिससे पूरे वनप्रदेश पर वह अपना सिक्का जमा सकता है।
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अपने नाम के अनुरुप यह मूलत: एक वनप्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरुप (जिसे बाद में कुछ लोगों द्वारा वनांचल आंदोलन के नाम से जाना जाता है)
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अपने नाम के अनुरुप यह मूलत: एक वनप्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरुप (जिसे बाद में कुछ लोगों द्वारा वनांचल आंदोलन के नाम से जाना जाता है)
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इस में भी २०० मील का सफ़र मैदानी क्षेत्र का था तथा शेष २५० मील पर्वतीय वनप्रदेश की चक्करदार संकरी सडकों पर था जिस में ५० मील अत्यंत दुर्गम हिम बाधित मार्ग था शीत ऋतू के कारण दिन छोटे और रातें लम्बी हैं.
28.
अगत्स्य, वशिष्ठ, व्यास, कौटिल्य, बुद्ध, शंकराचार्य, विवेकानन्द, दयानन्द सरस्वती, जैसे विद्वानोंकी परंपरा है, विशाल और उच्च हिमालय, विशाल समूद्र तट, अफाट रण प्रदेश, विस्तृत और गाढ वनप्रदेश क्या क्या नहीं है हमारे पास? विशाल मानव साधन को क्या हम उर्जा श्रोत और धरतीको नवसाध्य करनेमें नहीं लगा सकते? लगा सकते हैं जरुर लगा सकते हैं.
29.
पुराने सामन् ती राज् य के अत् याचारों का तथा वर्तमान जनतांत्रिक राज् य के लोग कल् याण की योजनाओं का ढोल तो खूब पीटा जा रहा है, पर वास् तविकता यह है कि जो आदिवासी एवं ग्रामीण जनता पूर्वयुगों में अपने वनप्रदेश में एवं ग्रामीण प्रदेश में आसानी से अपना गुजारा कर लेती थी, आज उन् हें प्रदेशों में अपना निर्वाह भी नहीं कर पा रही है।
30.
सांस्कृतिक विकास क्षेत्र-प्रस्तावित आरक्षित सांस्कृतिक वनप्रदेश वृत्त के भीतर के क्षेत्र में उपासनानुकूल व्यवस्थाओं के अतिरिक्त केवल वनीकरण तथा सांस्कृतिक विकास एवं संरक्षण संबंधी योजनाएं ही क्रियान्वित की जायें, तथा यहां एक ऐसा ब्रज-दर्शन-क्षेत्र तथा सूचना केन्द्र् भी बनाया जायें जहां आने वाले नये पर्यटक अथवा यात्री को केवल २-४ घण्टे के अल्प काल में ही सम्पूर्ण ब्रज मण्डल की एक वास्तविक झलक तथा जानकारी मिल सके और वह ब्रज के महत्त्व की ओर अधिक जानने समझने के लिए उत्सुक हो उठे।