भुक्त भोगी ओंकार पाठक सुत पारस नाथ पाठक निवासी मलहीपुर थाना चॉदा आज दिन मे लगभग 3-45 पर सहायक चकबन्दी के कार्यालय पहुंचा तथा वरासत न चढ़नें का कारण पूछने पर मामला लेन-देन का बताया।
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तथा इस्लाम ने महिला को वरासत में उस का हक़ दिया है, और बहुस सारे मामले में उसे पुरूषों के समान अधिकार प्रदान किया है, पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का फरमान है: “महिलाएं, पुरूषों के समान हैं।”
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वादीगण ने बिलकुल गलत लिखा है कि प्रतिवादी सं0-1 के पिता लियाकत अली ने वादी से तहसील चलकर मालिकाना वरासत दर्ज कराने के लिए कभी कहा तथा यह भी बिलकुल गलत लिखा है कि वादी सं0-2 मोटे दिमाग का है।
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Manish verma अम्बेडकरनगर वरासत के जरिए पिता की सम्मत्ति पा कर अपने बेटे के साथ माइके में रह रही महिला की सम्पत्ति पर सयानों की नजर तो लगी ही है साथ ही महिला समेत उसके वेटे को धमकाया भी जा रहा है।
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अगर कोई औरत एक बेटा, एक बेटी, माँ, बाप, पति, पति की माँ और पति के बाप को छोड़ कर मर जाए, तो उसके छोड़े हुए धन (वरासत) को निम्न प्रकार विभाजित किया जायेगा:
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तथा इस्लाम ने महिला को वरासत में उस का हक़ दिया है, और बहुस सारे मामले में उसे पुरूषों के समान अधिकार प्रदान किया है, पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का फरमान है: ” महिलाएं, पुरूषों के समान हैं।
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मासिक पंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष संतकुमार तिवारी ने जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत सेहुद की चकबंदी निरस्त होने के बाद भी किसानों कीभूमि की वरासत दर्ज न किए जाने पर तहसील प्रशासन की ढिलाई पर प्रहार किया।
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जमीन के लिए मा बेटे को धमका रहे दबंग manish verma अम्बेडकरनगर वरासत के जरिए पिता की सम्मत्ति पा कर अपने बेटे के साथ माइके में रह रही महिला की सम्पत्ति पर सयानों की नजर तो लगी ही है साथ ही महिला समेत उसके वेटे को धमकाया भी जा रहा है।
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सरकार के लिए इस बात पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है कि इन हस्तियों के वरासत का बुरा हाल ना किया जाए वरना एक दिन ऐसा आएगा जब यहां की संस्कृति खुद से शर्म करेगी और ये कहती फिरेगी कि मैं तो ऐसी ना थी, मुझे ये पहचान क्यों दे दी गई?
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सरकार के लिए इस बात पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है कि इन हस्तियों के वरासत का बुरा हाल ना किया जाए वरना एक दिन ऐसा आएगा जब यहां की संस्कृति खुद से शर्म करेगी और ये कहती फिरेगी कि मैं तो ऐसी ना थी, मुझे ये पहचान क्यों दे दी गई?