| 21. | अर्थ तीन प्रकार का होता है वाच्य, लक्ष्य और व्यंग्य।
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| 22. | श्रवन भाषा और वाच्य मे डिप्लोमा
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| 23. | वाच्य केलें जें न बोलणें ।
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| 24. | उदाहरणतः `यह मैं हूं ' वाक्य लें, जिसमें स्वयं अस्मिताही वाच्य है.
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| 25. | रूप का प्रयोग करते हुए कर्तृ वाच्य से लिया गया है.
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| 26. | अंग्रेज़ी में एक तीसरा ' वाच्य' है, क्लासिक “मध्यम” वाच्य से संबंधित.
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| 27. | वाच्य वाचक के संबंध से उनमें मिथुनत्व की प्राप्ति हुई है।
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| 28. | वाच्य के तीन प्रकार हैं-1. कर्तृवाच्य। 2. कर्मवाच्य। 3. भाववाच्य।
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| 29. | अत्यंततिरस्कृत वाच्य ध्वनि-अंधा दर्पण, कानी चारपाई, बेसिर पैर की
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| 30. | सूचना-केवल वैपरीत्य की सत्ता से अत्यंततिरस्कृत वाच्य ध्वनि और
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