केरल की आर्थिक व्यवस्था के सुदृढ आधार हैं-वाणिज्य बैंक, सहकारी बैंक, मुद्रा विनिमय व्यवस्था, यातायात का विकास, शिक्षा-स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में हुई प्रगति, शक्तिशाली श्रमिक आन्दोलन, सहकारी आन्दोलन आदि ।
22.
एमएसएमई क्षेत्र के लिए प्रासंगिक सामग्री का एकल-बिन्दु एवं व्यापक स्रोत होने से न केवल एमएसएमई को लाभ होगा, बल्कि इस क्षेत्र के विभिन्न जोखिम-धारक जैसे-सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाएं, वाणिज्य बैंक एवं अंतरराष्ट्रीय एजेंसियाँ भी इससे लाभान्वित होंगी।
23.
केरल की आर्थिक व्यवस्था के सुदृढ आधार हैं-वाणिज्य बैंक, सहकारी बैंक, मुद्रा विनिमय व्यवस्था, यातायात का विकास, शिक्षा-स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में हुई प्रगति, शक्तिशाली श्रमिक आन्दोलन, सहकारी आन्दोलन आदि ।
24.
दस नीतिगत कदमों में जिस ने मुझ पर सब से गहरी छाप छोड़ी है, वह राष्ट्रीय विकास बैंक द्वारा तीस अरब य्वान के आधार पर और तीस अरब य्वान जोड़ना और चीनी उद्योग व वाणिज्य बैंक द्वारा प्रदत्त पूंजी ही है ।
25.
प्रवक्ता ने कहा कि इस के अलावा, विभिन्न वाणिज्य बैंक कर्ज देने की गति को और तेज करेंगे और स छ्वान के वन छ्वान भूकंप के विपत्ति ग्रस्त क्षेत्रों तथा बर्फबारी विपत्ति ग्रस्त क्षेत्रों में उत्पादन व जीवन की बहाली करने का समर्थन देंगे ।
26.
थाईवानी कारोबारों को पूंजी जुटाने की सेवा को उपलब्ध कराने के बारे में मुख्य भूमि ने यह घोषित किया है कि चीनी उद्योग व वाणिज्य बैंक व बैंक ओफ चाइना आगामी दो तीन वर्षों के भीतर छोटे व मझौले कारोबारों समेत सभी थाईवानी पूंजी वाले उद्यमों के लिये 50 अरब य्वान का बंदोबस्त करेंगे ।
27.
अनुसूचितजातियों / अनुसूचित जनजातियों के कल्याण के संबंध में संसदीय समिति की १९८३के शुरु में आयोजित बैठक में हुई चर्चा के संदर्भ में यह जरूरी समझा गयाकि वाणिज्य बैंक सावधिक रूप से इस बात का मूल्याकंन करें कि इस संबंध मेंरिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर जारी किये गये मार्गदर्शी सिद्धांतों काकार्यान्वयन उनकी शाखाओं द्वारा किस प्रकार किया जा रहा है.
28.
इस के अतिरिक्त ग्रामीण बैंक व लघु ऋण कम्पनी व ग्रामीण पूंजी सहायता केन्द्र आदि नवीन वित्तीय संस्थाओ का विस्तार करना बहुत जरूरी है, यह एक नया मुददा है, हमें भी नवीन दृष्टि से इस का आकलन करना चाहिए, ताकि वाणिज्य बैंक की मदद के तहत छोटे व मझौले उद्योगों के क्रेडिट ऋण आदि समस्याओं को हल किया जा सके।
29.
ये अपने चुनाव प्रचार में ५०, ०००/-पच्चास हजार रुपया गरीबो को देने कि बात कहते है जिसका कोई सूद नहीं लगेगा, क्या वाणिज्य बैंक ऐसा करेगी? क्या केंद्र सरकार या राज्य सरकार का ऐसा कोई सर्कुलर है जो बिना सूद लिए ही या बिना गिरवी रखे बैंक पैसा बाँट दे साथ ही आधा डिसमिल जमीन गरीबो को देने कि बात करते है समझ में नहीं आती है कि ये आधा डिसमिल जमीन काहा से देंगे।
30.
ये अपने चुनाव प्रचार में ५ ०, ००० /-पच्चास हजार रुपया गरीबो को देने कि बात कहते है जिसका कोई सूद नहीं लगेगा, क्या वाणिज्य बैंक ऐसा करेगी? क्या केंद्र सरकार या राज्य सरकार का ऐसा कोई सर्कुलर है जो बिना सूद लिए ही या बिना गिरवी रखे बैंक पैसा बाँट दे साथ ही आधा डिसमिल जमीन गरीबो को देने कि बात करते है समझ में नहीं आती है कि ये आधा डिसमिल जमीन काहा से देंगे।