स् वाती, स् नेह! पाठिका के रूप में लेखक से सम् पर्क की औपचारिकता आज एक पवित्र, निर्मल, निस् वार्थ आत् मीयता में परिवर्तित हो गई है, तुम् हारे जीवन की दूसरी पारी की राह में से कांटों को हटाकर मात्र मैंने ईश् वरीय प्रेरणा से आज्ञापालन कर कर्त्तव् य भर ही निभाया है।
22.
नगर पालिका के सामुदायिक भवन में जिला प्रशासन द्वारा स्वराज संस्थान (संस्कृति विभाग) के सहयोग से सांय 7 बजे आयोजित भारत पर्व में ग्वालियर के अर्टिस्ट कम्वाइन के कलाकरों द्वारा विन वाती के दीप नाटक की प्रस्तुति दी जायेगी तथा जिला जन सम्पर्क कार्यालय द्वारा प्रदेश सरकार की चार वर्ष की उपलब्धियों पर विकास प्रदर्शनीआयोजित की जायेगी ।
23.
ज़िंदगी तमाम घटनाओं से भरी एक बे-उन्वान किताब है जिसकी जिल्द उसका हश्र बयान करती है | जिसके शुरू वाती पन्ने हमेशा एक खुशबूदार और ताजगी से भरे होते हैं बनिस्बत सबसे बाद के पीले सिकुड़े और थके हुए पन्नों के इस लिहाज़ से ये ‘ ' इतिहास '' के सिद्धांतों से बिलकुल विपरीत है | मेरी ज़िंदगी की किताब के ‘ ' अंक '' कम ही रहे... बस एक... दो..