English मोबाइल
साइन इन साइन अप करें
हिंदी-अंग्रेजीh > वास्तुविद्या" उदाहरण वाक्य

वास्तुविद्या उदाहरण वाक्य

उदाहरण वाक्य
21.स्त्री पुरुष युग्म का जो पुराना देव भाव था वह आधुनिक वास्तुविद्या में किसी निर्माण के दर्शक पर समग्र प्रभाव के स्त्री या पुरुष रूप होने से जुड़ चला है।

22.उसे तो सिविल इंजीनियरिंग और वास्तुविद्या की सारी मान्यताएँ बस एक घर में ही चाहिए थीं-जेब में बस कौड़ियाँ खड़कती थीं और मन में मिस्री मन्दिरों जैसे विशाल खम्भे आकार लेते थे!

23.लाइसेंस प्राप्त आर्किटेक्ट के रूप में काम करने की ख्वाहिश है जो छात्रों को भी SJIU द्वारा की पेशकश की है जो वास्तुकला (वास्तुविद्या-निष्णात), में एक मास्टर प्राप्त करना होगा.

24.वास्तुविद्या का कितना अधिक महत्व है. अब बहुत से लोग ऎसे भी होते हैं जो कि जीवन में वास्तु इत्यादि को कोई महत्व नहीं देते, बल्कि अच्छी-बुरी कैसी भी परिस्थिति के लिए सिर्फ निज भाग्य को ही सर्वोपरी मानते हैं.

25.भारत की प्राचीन वास्तुविद्या के अनुसार ' प्रासाद' लंबा, चौड़ा, ऊँचा और कई भूमियों का पक्का या पत्थर का घर को कहते हैं जिसमें अनेक शृंग, शृंखला, अंडकादि हों तथा अनेक द्वारों और गवाक्षों से युक्त त्रिकोश, चतुष्कोण, आयत, वृत्त शालाएँ हों ।

26... आज ' अपना घर ' है जिसमें सिविल इंजीनियरिंग और वास्तुविद्या की मान्यताएँ नहीं के बराबर हैं-अनगढ़ घर लेकिन अनेकों आर सी सी के खम्भों के बीच एक घूमता खम्भा है, वह इस ' अनगढ़ ' को ' गढ़ ' बनाता है-वह तुम हो।

27.भारत की प्राचीन वास्तुविद्या के अनुसार ' प्रासाद ' लंबा, चौड़ा, ऊँचा और कई भूमियों का पक्का या पत्थर का घर को कहते हैं जिसमें अनेक शृंग, शृंखला, अंडकादि हों तथा अनेक द्वारों और गवाक्षों से युक्त त्रिकोश, चतुष्कोण, आयत, वृत्त शालाएँ हों ।

28.भारत की प्राचीन वास्तुविद्या के आधार पर ' प्रासाद ' लम्बे, चौड़े, ऊँचे तथा कई भूमियों के पक्के या पत्थर के घर को कहते हैं, जिसमें अनेक श्रृंग, श्रृंखला, अंडकादि हों तथा अनेक द्वारों और गवाक्षों से युक्त त्रिकोश, चतुष्कोण, आयत और वृत्तशालाएँ हों।

  अधिक वाक्य:   1  2  3
अंग्रेज़ी→नहीं। नहीं।→अंग्रेज़ी