14 तब उस ने यह सोचकर, कि शेला सियाना तो हो गया पर मैं उसकी स्त्री नहीं होने पाई ; अपना विधवापन का पहिरावा उतारा, और घूंघट डालकर अपके को ढांप लिया, और एनैम नगर के फाटक के पास, जो तिम्नाय के मार्ग में है, जा बैठी: 15 जब यहूदा ने उसको देखा, उस ने उस को वेश्या समझा ; क्योंकि वह अपना मुंह ढ़ापे हुए यी।