यातिमोक्ख, महावग्ग, चुग्लवग्ग, सुत विभंग एवं परिवार में भिक्खु-भिक्खुनियों के नियमों का उल्लेख है।
22.
यह विभंग शंखाभ (conchoidal) होता है, अर्थात् सतह टूटने पर चिकनी तथा नतोदर होती हैं, या असम (uneven) हो सकती है।
23.
प्रायद्वीपीय पठार के अनेक हिस्से भू-उत्थान व निमज्जन, भ्रंश तथा विभंग निर्माण प्रक्रिया के अनेक पुनरावर्ती दौर से गुजरे हैं ;
24.
इस पिटक में निम्न सात ग्रंथों का समावेश है-(1) धम्म्संगणि (2) विभंग (3) कथावत्थु (4) पुग्गलपञ्ञत्ति (5) धातुकथा (6) यमक और (7) पठ्ठान।
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इस पिटक में निम्न सात ग्रंथों का समावेश है-(1) धम्म्संगणि (2) विभंग (3) कथावत्थु (4) पुग्गलपञ्ञत्ति (5) धातुकथा (6) यमक और (7) पठ्ठान।
26.
यह विभंग शंखाभ (conchoidal) होता है, अर्थात् सतह टूटने पर चिकनी तथा नतोदर होती हैं, या असम (uneven) हो सकती है।
27.
धातुकथा की रचना का मूलाधार विभंग है, क्योंकि उसी के प्रथम तीन अर्थात् स्कंध, आयतन और धातु विभंगों का ही यहाँ अधिक सूक्ष्म विवेचन किया गया है।
28.
धातुकथा की रचना का मूलाधार विभंग है, क्योंकि उसी के प्रथम तीन अर्थात् स्कंध, आयतन और धातु विभंगों का ही यहाँ अधिक सूक्ष्म विवेचन किया गया है।
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धातुकथा की रचना का मूलाधार विभंग है, क्योंकि उसी के प्रथम तीन अर्थात् स्कंध, आयतन और धातु विभंगों का ही यहाँ अधिक सूक्ष्म विवेचन किया गया है।
30.
स्तब्धता, विभंग इत्यादि की प्रारंभिक चिकित्सा के पश्चात, बिना देर किए हुए, दोनों ही प्रकार के मूत्राशय फटनों में लैपैरोटोमी (lapartomy) करके मूत्र चूषण करना, मूत्राशय फटन को सीना, तथा अधिजघन (suprapubic) का सिस्टोस्टोमी (cystostomy) करना होता है।