इस मामले को गंभीरता से लेते हुए न्यायाधीश एमएल ताहिलयानी ने गुरूवार को कहा कि संबंधित अधिकारी ने पुलिस द्वारा 27 नवंबर 2008 को दर्ज इकबालिया बयान की सीडी चैनलों को देकर चोरी की है और विश्वास भंग किया है।
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इस मामले को गंभीरता से लेते हुए न्यायाधीश एमएल ताहिलयानी ने गुरूवार को कहा कि संबंधित अधिकारी ने पुलिस द्वारा 27 नवंबर 2008 को दर्ज इकबालिया बयान की सीडी चैनलों को देकर चोरी की है और विश्वास भंग किया है।
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याचिका में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, विश्वास भंग करना, बिना परमिट के बस को गैरकानूनी तरीके से चलाने की अनुमति देने के लिए आपराधिक साजिश, फर्जी फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करना, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने जैसे आरोप लगाए हैं।
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376 10 वर्ष उम्र कैद विश्वास भंग करना या विच्छेद 405, 406 2 वर्ष से 10 वर्ष स्रोत-भारत, राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो, नयी दिल्ली 21 वी. शताब्दी में जहाँ अधिकारों की प्राप्ति को ही सफल जीवन जीने का एकमात्र महत्वपूर्ण शर्त माना जाने लगा है वहीं औरतें अधिकार के नाम पर समाज के सबसे बड़े शोषित वर्ग की पंक्ति में खड़ी है.