| 21. | ज्यादातर मामलों में मध्यकर्णशोथ विषाणुजनित, जीवाण्विक, अथवा कवकीय रोगाणुओं से संक्रमण होने की वजह से होता है.
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| 22. | शाब्दिक अर्थ-“धीरे-धीरे बढ़ता हुआ”) एक विषाणुजनित रोग है जो सरल परिसर्प विषाणु 1 (एचएसवी-1 (
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| 23. | और इसके साथ होने वाला विषाणुजनित यूआरआई (ऊपरी श्वासनली संक्रमण) अक्सर मूलरूप से विषाणुजनित और स्व-सीमित होते हैं.
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| 24. | और इसके साथ होने वाला विषाणुजनित यूआरआई (ऊपरी श्वासनली संक्रमण) अक्सर मूलरूप से विषाणुजनित और स्व-सीमित होते हैं.
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| 25. | हालांकि अधिकतर बुखार विषाणुजनित संक्रमण के कारण होते हैं और खुद ही कुछ दिनों में उतर जाते हैं।
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| 26. | मुंहपका-खुरपका रोग (Foot-and-mouth disease, FMD या hoof-and-mouth disease) विभक्त-खुर वाले पशुओं का अत्यन्त संक्रामक एवं घातक विषाणुजनित रोग है।
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| 27. | रिंडरपेस्ट (Rinderpest) पशुओं को लगने वाला एक विषाणुजनित संक्रामक रोग था जो अब विश्व से समाप्त हो चुका है।
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| 28. | बुखार के अतिपाती मामलों का संग्रह और आकस्मिक वृद्धि मलेरिया डेंगूबुखार या अन्य विषाणुजनित बुखारों के कारण हो सकता है।
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| 29. | प्रारंभ में कम विषाणुजनित भार वाले मरीज अधिक विषाणुजनित भार वाले मरीजों की तुलना में इलाज में बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं.
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| 30. | प्रारंभ में कम विषाणुजनित भार वाले मरीज अधिक विषाणुजनित भार वाले मरीजों की तुलना में इलाज में बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं.
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