(१) नितलस्थ (Benthic) और (२) वेलापवर्ती (Pelagic) ।
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वेलापवर्ती क्षेत्र में प्लवक (plankton) तथा तरणक (nekton) अधिक पाए जाते हैं।
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प्रकाश वेलापवर्ती प्राणियों के दैनिक प्रवास (migration) के नियंत्रण में उद्दीपन का कार्य करता है।
24.
तथा श्लथ पौधों को, यांत्रिक सहायता पहुंचाता है और सभी वेलापवर्ती जीवों के उत्प्लावन में सहायक होता है।
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समुद्री जल का घनत्व अकवचित प्राणियों को, जैसे जेली फिश, सो ऐनीमोन (sea anemone) तथा श्लथ पौधों को, यांत्रिक सहायता पहुंचाता है और सभी वेलापवर्ती जीवों के उत्प्लावन में सहायक होता है।
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3. प्रॉसेलैरिइफॉर्मीज़ या टरबाईनरीज़ (Procelariiformes या Turbinares) गण-इस जाति के पक्षी सामुद्रिक पक्षी हैं, जो वेलापवर्ती (pelagic) जीवन व्यतीत करते हैं और मादा प्राय: बिल में एक ही अंडा देती है।
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समुद्री जल का घनत्व अकवचित प्राणियों को, जैसे जेली फिश, सो ऐनीमोन (sea anemone) तथा श्लथ पौधों को, यांत्रिक सहायता पहुंचाता है और सभी वेलापवर्ती जीवों के उत्प्लावन में सहायक होता है।