जिन लोगों ने अपनी समझ के बूते यह शेखी बघारना शुरू कर दिया था कि दिल्ली से पेड़ काट डाले गए हैं, कंक्रीट के जंगल खड़े कर दिए गए हैं, पर्यावरण की ऐसी की तैसी हो गई है, कहीं मिट्टी नहीं दिखलाई देती।
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बच्चो के सामने प्रकट नहीं करे, तो बेहद सुन्दर! जैसे-माता-पिता का आपस में झगड़ना, दूसरो की निंदा करना, किसी को भद्दी गाली देना, किसी दुसरे बच्चे की शेखी बघारना इत्यादी! अच्छी देख-भाल..
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चाहे दोस्तों के सामने शेखी बघारना हो या परिवार के बिछुड़ जाने की वेदना प्रकट करना हो या अपने पुत्र को पीटने वाले संचालक को तैश में आकर हलाक़ करना हो या फ़िर अपने परिवार के मिलने की ख़ुशी प्रकट करनी हो बलराज साहनी हर एक दृश्य में अपनी भूमिका में जैसे जान सी डाल देते हैं ।
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राशियों का भी अपना एक स्वरुप होता है और वह है तांत्रिक स्वरुप | उदाहरण के लिए प्रथम राशी ‘ मेष ' को ही लीजिये | मेष राशी संस्कृत में ‘ मिष ' धातु से निकला है जिसका अर्थ होता है शेखी बघारना और किसी बस्तु पर जबरदस्ती अधिकार प्रकट करना ; तो इस राशी से सम्बंधित व्यक्ति जन्म से ही प्रायः शक्तिशाली होते हैं |
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2. आत्मशोधन या आत्मपरिष्कार:-अपनी कमियाँ पकड़ में आ जाने पर उनको सुधारने के लिए कमर कसनी होगी जो कमियाँ हमारे स्वभाव में हैं दिनचर्या का अंग बना हुआ है, जैसे अधिक टी. वी. देखना, आलस्य में गप्प में समय गँवाना, गाली देकर बातें करना, झूठ बोलना, शेखी बघारना, नशा करना, इन्हें दूर करने के लिए संकल्पपूर्वक निरन्तर जुटे रहना होगा।
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अभिव्यक्ति, विचारों की और आपकी भावनाओं की, हम अभिव्यक्ति के जरिए प्रेरणा, डर, निवारण, उकसाना, संतुष्टि, आघात, निराशा, साहस, शिक्षा, कलंक, विचारों का आदान-प्रदान, उदासी, सिद्धांत, साहस, शिक्षा, प्रतिबन्ध, धन्यवाद, परिहास, आलोचना, आनंद, कोप, शेखी बघारना, आरामदेह, बेइज्जती, ललकारना और क्षमायाचना को नया आयाम दे सकते हैं.