English मोबाइल
साइन इन साइन अप करें
हिंदी-अंग्रेजीh > श्राविका" उदाहरण वाक्य

श्राविका उदाहरण वाक्य

उदाहरण वाक्य
21.इसी दिवस तीर्थंकर भगवान् महावीर साधु-साध्वी, श्रावक-श्राविका रुप चार तीर्थ की स्थापना करते हैं, चतुर्विध संघ बनाते हैं, अतः यह दिन तीर्थ स्थापना दिवस या संघ

22.श्री सीमंधर स्वामी प्रभु के कल्याणयज्ञ के निमित्तों में चोर्यासी गणधर, दस लाख केवलज्ञानी महाराजा, सौ करोड़ साधु, सौ करोड़ साध्वीयाँ, नौ सौ करोड़ श्रावक और नौ सौ करोड़ श्राविका है।

23.सम्यक दृष्टि, सम्यक् ज्ञान और सम्यक् चारित्र से संपन्न महावीर स्वामी इसी वजह से यानी समता-भाव के कारण ही चतुर्विध संघ में श्रमणी को वही स्थान देते हैं जो श्रमण का है और श्राविका को वही स्थान देते हैं, जो श्रावक का है।

24.धर्म का आचरण करने वाले साधु, साध्वी, श्रावक (गृहस्थ पुरुष) व श्राविका (गृहस्थ स्त्री) रूप चतुर्विध संघ को भी गौण रूप से तीर्थ कहा जाता है अत: चतुर्विध धर्म-संघ की स्थापना करने वालों को तीर्थंकर कहा गया है!

25.योगाभ्याससाधु, साध्वी, श्रावक एवं श्राविका स्वरूप चतुर्विध संध में नित्य, नियमित प्रातः-सायं दोनों समय अनिवार्य रूप से करने की प्रतिक्रमण आदिआवश्यक क्रियाओं में तथा जिनालय में प्रभु के समक्ष की जाने वालीचैत्यवन्दन आदि क्रियाओं में जिन-जिन आसनों पर एवं मुद्राओं में बैठने सेस्थान-योग का अभ्यास होता है.

26.वे लिखते हैं-‘‘समय आने पर पुरूषों की अपेक्षा साध्वी स्त्रियाँ अथवा सतियां ब्रह्मचर्य व्रत में अधिक दृढ हो रही हैं।‘‘ उन्होनें उदाहरण देकर बताया कि राजमती ने रथनेमी को संयम में दृढ किया और कोशा श्राविका ने आचार्य स्थूलिभद्र के गुरूभाई को चतुराई से सन्मार्ग दिखाया।

27.-डॉ जैनेंद्र जैन विक्रम संवत् 2003 सन् 1946 के दिन गुरुवार आश्विन शुक्ल पूर्णिमा की चाँदनी रात में कर्नाटक जिला बेलगाम के ग्राम सदलगा के निकट चिक्कोड़ी ग्राम में धन-धान्य से संपन्न श्रावक श्रेष्ठी श्री मलप्पाजी अष्टगे (पिता) और धर्मनिष्ठ श्राविका श्रीमतीजी अष्टगे (माता) के घर एक बालक का जन्म हु आ।

  अधिक वाक्य:   1  2  3
अंग्रेज़ी→नहीं। नहीं।→अंग्रेज़ी