“ मैं ये मानता हूँ कि बोलचाल की भाषा में हिंदी संक्षेपाक्षरों की सीमा है पर कम से कम लेखन की भाषा में इनके प्रयोग को बढ़ावा देना चाहिए और जब सरल हिंदी संक्षेपाक्षर उपलब्ध हो या बनाया जा सकता हो तो अंग्रेजी संक्षेपाक्षर का प्रयोग नहीं किया जाना चाहि ए. ”
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अंग्रेजी के संक्षेपाक्षर (WHO, WIPO, WTO, UNDO, IQ आदि), रासायनिक फार्मूले, (H 2 O, CH 3, CUSO 4 आदि), अंतरराष्ट्रीय तकनीकी मापन संक्षेपाक्षर (Hz, Mbps, KB आदि) और विदेशी रोमन आधारित विशिष्ट शब्द रोमन में ही लिए जाएँ ।
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अंग्रेजी के संक्षेपाक्षर (WHO, WIPO, WTO, UNDO, IQ आदि), रासायनिक फार्मूले, (H 2 O, CH 3, CUSO 4 आदि), अंतरराष्ट्रीय तकनीकी मापन संक्षेपाक्षर (Hz, Mbps, KB आदि) और विदेशी रोमन आधारित विशिष्ट शब्द रोमन में ही लिए जाएँ ।
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मैं अनुरोध करूँगा कि नए-नए सरल हिंदी संक्षेपाक्षर बनाये जाएँ और उनका भरपूर इस्तेमाल किया जाये, मैं यहाँ कुछ हिंदी संक्षेपाक्षरों की सूची देना चाहता हूँ जो हैं तो पहले से प्रचलन में हैं अथवा इनको कुछ स्थानों पर इस्तेमाल किया जाता है पर उनका प्रचार किया जाना चाहिए, आपको कुछ अटपटे और अजीब भी लग सकते हैं, पर जब हम एक विदेशी भाषा अंग्रेजी के सैकड़ों अटपटे शब्दों / व्याकरण को स्वीकार कर चुके हैं तो अपनी भाषा के थोड़े-बहुत अटपटे संक्षेपाक्षरों को भी पचा सकते हैं बस सोच बदलने की ज़रूरत है.