संक्षेप में कहना हो तो मैं इतना ही कहूँगा कि वे प्रिया की माँ और बहनों से मिले, फोटो लेने के लिए उनके साथ बैठे, साथ में लाए लोलीपोप बच्चों में बांटे और वापस आ गए।
22.
यदि तृतीय स्थान का स्वामी भाग्य में, भाग्येश व्यय में और व्ययेश भाग्य में हो, संक्षेप में कहना हो तो तृतियेश, भाग्येश और व्ययेश इनका एक-दूजे के साथ संबंध हो तो विदेश यात्रा निश्चित होती है।
23.
यदि तृतीय स्थान का स्वामी भाग्य में, भाग्येश व्यय में और व्ययेश भाग्य में हो, संक्षेप में कहना हो तो तृतियेश, भाग्येश और व्ययेश इनका एक-दूजे के साथ संबंध हो तो विदेश यात्रा निश्चित होती है।
24.
यदि तृतीय स्थान का स्वामी भाग्य में, भाग्येश व्यय में और व्ययेश भाग्य में हो, संक्षेप में कहना हो तो तृतियेश, भाग्येश और व्ययेश इनका एक-दूजे के साथ संबंध हो तो विदेश यात्रा निश्चित होती है।
25.
लंबी चर्चा के इस विषय पर संक्षेप में कहना मुश्किल है, सो यह कहते हुए कि इस गंभीर वैचारिक पोस् ट पर सिर्फ जन् मदिन की शुभकामना देना, पोस् ट को पूरा सम् मान न देने जैसा होगा, बधा ई.
26.
संक्षेप में कहना चाहें तो यह कहेंगे कि रुबाइयात मनुष्य की जीवन के प्रति आसक्ति और जीवन की मनुष्य के प्रति उपेक्षा का गीत है-रुबाइयों का क्रम जैसा रक्खा गया है उससे वे अलग-अलग न रहकर एक लम्बे गीत के ही रूप में हो गई हैं।
27.
संक्षेप में कहना चाहें तो यह कहेंगे कि रुबाइयात मनुष्य की जीवन के प्रति आसक्ति और जीवन की मनुष्य के प्रति उपेक्षा का गीत है-रुबाइयों का क्रम जैसा रक्खा गया है उससे वे अलग-अलग न रहकर एक लम्बे गीत के ही रूप में हो गई हैं।
28.
संक्षेप में कहना चाहें तो यह कहेंगे कि रुबाइयात मनुष्य की जीवन के प्रति आसक्ति और जीवन की मनुष्य के प्रति उपेक्षा का गीत है-रुबाइयों का क्रम जैसा रक्खा गया है उससे वे अलग-अलग न रहकर एक लम्बे गीत के ही रूप में हो गई हैं।
29.
सुब्रमणियन जी, जानकारी के लिए अनेकानेक धन्यवाद्! ‘ राजिम ' अथवा ‘ राजीव ' के सम्बन्ध में मैं संक्षेप में कहना चाहूँगा की प्राचीन हिन्दू-मान्यतानुसार साकार ब्रह्माण्ड / संसार की रचना निराकार नादबिन्दू (विष + अणु यानी विष्णु) द्वारा ब्रह्मनाद से की गयी.
30.
उपाधियां प्राप्त कर लेना एक बात है और उपाधि के साथ पढ़ाने की क्षमता रखना दूसरी बा त.... समझे? '' '' जी। '' '' संक्षेप में कहना चाहूंगा कि चयन प्रक्रिया ऐसी हो जिसमें उस विश्वविद्यालय-कॉलेज के लोग हों ही न चयन बोर्ड में जहां के लिए चयन होना है।