| 21. | बांध देंगे अंक संसृति की तिमिर मे स्वर्ण वेला।
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| 22. | क्यों है प्रथम स्नेह की अबोध संसृति,
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| 23. | हो सकती जिनसे यह संसृति सम्पूर्ण विजित,
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| 24. | संसृति सड़ेपन की गंध से बोझिल, नमोस्तुते!
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| 25. | जागृत कर जड़ीभूत संसृति, दे मंत्र स्वरित,
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| 26. | ऐ संसृति की आदि तपस्विनि, तेजस्विनि अभिराम।
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| 27. | संसृति के जीवन में, सुभगे ऐसी भी घड़ियाँ आएँगी,
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| 28. | उनका संसृति का सिद्धान्त भी मानवीय था।
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| 29. | के भूषण श्रीरामजी! संसृति (जन्म-मृत्युके प्रवाह) रूपी नदीके लिये
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| 30. | गरल जलद की खड़ी झड़ी में बूंदें निज संसृति रचतीं।
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