| 21. | मुख्य अतिथि पूर्व उपप्रधान शिवरतन शर्मा ने कहा कि नानूराम संस्कर्ता सच्चे शŽद साधक थे।
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| 22. | मुख्य अतिथि पूर्व उपप्रधान शिवरतन शर्मा ने कहा कि नानूराम संस्कर्ता सच्चे शŽद साधक थे।
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| 23. | इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत संस्कर्ता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से हुई।
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| 24. | 21 जुलाई1918 को खारी में जन्मे नानूराम संस्कर्ता ने जीवन पर्यन्त गांव में रहकर साहित्य-साधना की.
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| 25. | कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूव्र सरपंच इन्द्रचन्द राठी ने नानूराम संस्कर्ता के साथ अपने संस्मरण सुनाए।
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| 26. | कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूव्र सरपंच इन्द्रचन्द राठी ने नानूराम संस्कर्ता के साथ अपने संस्मरण सुनाए।
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| 27. | आधुनिक राजस्थानी साहित्य के पुरोधा ख्यातनाम साहित्यकार नानूराम संस्कर्ता सही मायने में लोक के आलोक थे.
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| 28. | अतिरिक्त खण्ड शिक्षा अधिकारी नरेश कुमार रिणवां ने संस्कर्ता के अप्रकाशित साहित्य को सामने लाने की आवश्यकता जताई।
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| 29. | मंच संचालन करते हुए कमल किशोर ने संस्कर्ता की सुप्रसिद्ध रचना कळायण के दोहो का सस्वर वाचन किया।
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| 30. | मंच संचालन करते हुए कमल किशोर ने संस्कर्ता की सुप्रसिद्ध रचना कळायण के दोहो का सस्वर वाचन किया।
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