| 21. | टेनर बेस वह समस्वरण हैं जिसका उपयोग स्टेनली क्लार्क, विक्टर वूटन और स्टू हैम ने किया था.
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| 22. | ↑ डी-जी-बी-ई समस्वरण एक गिटार के पहली चार तंत्रियों (उच्चतम से निम्नतम) से मेल खाता है, तारता दो सप्तक नीचे.
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| 23. | वाद्ययंत्र की सीमा का विस्तार करने के लिए समस्वरण के अनेक विकल्पों तथा बेस प्रकारों का उपयोग किया गया है.
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| 24. | वाद्ययंत्र की सीमा का विस्तार करने के लिए समस्वरण के अनेक विकल्पों तथा बेस प्रकारों का उपयोग किया गया है.
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| 25. | इसके तार समस्वरण मेखों एवं आखिरी छोर से बंधे होते है, जो एक मेरू के ऊपर से होकर गुज़रते हैं।
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| 26. | द्वारा संकेतप्रेषण का सर्वप्रथम सफल प्रयोग किया और सन् 1897 ई. के लगभग प्रेषक एवं संग्राहक परिपथों के समस्वरण (
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| 27. | प्रारंभिक पांच तंत्री बेसों में प्रयुक्त होने वाला अन्य आम समस्वरण ई-ए-डी-जी-सी था जिसे “टेनर ट्यूनिंग” के नाम से जाना चाहता था.
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| 28. | विस्तारित लघु सीमा प्राप्त करने के लिए वैकल्पिक समस्वरणों के साथ चार तंत्री. [22] पंचम में समस्वरण उदाहरण के लिए, सीजीडीए (
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| 29. | यह समस्वरण भी छः तंत्री गिटार के नीचे के चार तारों के मानक समस्वरण के समान ही है, सिर्फ एक सर्तक नीचे.
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| 30. | यह समस्वरण भी छः तंत्री गिटार के नीचे के चार तारों के मानक समस्वरण के समान ही है, सिर्फ एक सर्तक नीचे.
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