| 21. | जबकि इस आयोजन में सरसी छंद या किसी मूल छंद में प्रस्तुति की अपेक्षा थी.
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| 22. | शहर के दीनदयाल नगर एवं जावरा क्षेत्र के सरसी को नए थाने की सौगात मिल सकती है।
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| 23. | आवृत सरसी उर सरसिज उठे केसर के केश कली के छूटे स्वर्ण भास्य अंचल, पृथ्वी का लहराया।
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| 24. | ग्राम “सिरसी” निम्न श्लोक के अनूरूप अपने मूल नाम सरसी की सार्थकता सिद्ध करता है:-“सरसी च तत्परिसरे
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| 25. | नरियंद सह नजरांण, झुक करसी सरसी जिकाँ | (पण) पसरैलो किम पाण, पाणा छतां थारो फ़ता! ||5||
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| 26. | उसका जन्म टॉलेमस सरसी या पेलुसियम मे हुवा (जीवन काल ९० से १६८ ई. या १०० से १७८ ई.)।
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| 27. | रघुनाथपुर • रानीपुर • रामपुर-नगवान • रुकूनपुर • रूपापुर • लखनीपुर • लालगंज-सेहरा • सरसी • सहोरा • सिकरिया •
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| 28. | लेकिन जैसा कि भाई संदीपजी ने स्पष्ट किया है कि उनकी प्रस्तुति सरसी छंद की रह ही नहीं गयी.
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| 29. | ाथपुर • रानीपुर • रामपुर-नगवान • रुकूनपुर • रूपापुर • लखनीपुर • लालगंज-सेहरा • सरसी • सहोरा • सिकरिया •
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| 30. | लहरें सरसी पर उठ-उठकर गिरती हैं सुन्दर से सुन्दर, हिलते हैं सुख से इन्दीवर, घाटों पर बढ आई काई।
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