इसे एक उदहारण के रूप में समझा जा सकता है एक विद्यार्थी जब पूरी मेहनत एवं लगन से कक्षा में प्रथम आने का प्रयास करता है तो उसका श्रम सराहने योग्य है परन्तु यदि कोई विद्यार्थी अपने प्रतिद्वंद्वी छात्र को पीछे करने के लिए उसकी टांग तोड़ कर परीक्षा में बैठने के अयोग्य बनाने का प्रयास करता है, ताकि वह कक्षा में प्रथम स्थान पा सके, उसकी यह रणनीति एवं उसका श्रम निन्दनिए एवं अनुत्पादक होता है.