| 21. | छंद सलिला: १ सांगोपांग सिंहावलोकन छंद: नवीन सी. चतुर्वेदी
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| 22. | उक्तियों की सांगोपांग योजना या अन्विति इनकी निराली होती है।
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| 23. | नाटक रचकर विद्वज्जनमण्डली में अंकित होना और उसको सांगोपांग सम्पन्न
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| 24. | भावना उठकर कुछ दूर तक सांगोपांग चलती नहीं दिखाई पड़ती।
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| 25. | को वस्तुतः सांगोपांग जानते हैं |
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| 26. | का सांगोपांग निर्वाह दिखाई देता है।
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| 27. | मुक्ति की किसी सांगोपांग परियोजना की उसकी समझ नहीं है।
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| 28. | मुक्ति की किसी सांगोपांग परियोजना की उसकी समझ नहीं है।
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| 29. | सांगोपांग सिंहावलोकन छंद-घनाक्षरी कवित्त
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| 30. | उक्तियों की सांगोपांग योजना या अन्विति इनकी निराली होती है।
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