अब हम जागें फिर से अपनी दादी नानी की तरह नयी पौध के अबोध मन को कच्ची मिटटी की तरह एक सांचे में ढालना होगा तभी तो फिर से हम संस्कारों से उनको सुसंस्कारित कर मानवता के रिश्तों के नए अर्थ समझा पायेंगे उन्हें फिर नारी में माँ, बहन और बेटी के रूपों को दिखा पायेंगे।
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वेब 2. 0 शीर्ष सम्मलेन की एक वार्त्ता के दौरान, फेसबुक सी ई ओ मार्क ज़ुकर्बी ने बताया कि फेसबुक के 50 करोड़ से अधिक उपयोगकर्त्ताओं में से 25 करोड़ से अधिक, फेसबुक पर प्रतिदिन आते हैं | इसके साथ, ज़ुकर्बी ने व्यवसायों को यह भी सलाह दी-कि वर्त्तमान और आने वाले समय में, व्यवसाय करने का सही ढंग स्वयं को सामाजिक सांचे में ढालना है (सामजिक का तात्त्पर्य यहाँ उपभोक्ताओं को सूचना प्रदान करना, उनसे अपने उत्पाद/सेवा के सम्बद्ध संवाद या सम्प्रेषण स्थापित करना एंव उनमे विश्वास और वफादारी स्थापित करना है)|