चंडिका देव के बारे में बताया जाता है कि वहां पर पूर्व में एक गुप्त पूजा स्थल था जहां पर रजवाड़े अपने बैगाओं से पूजा करवाते थे, लेकिन यह स्थल अब बंद है और इसी के साथ चंडिका देव का सामने का भाग भी नहीं दिखता है जिसके कारण उनके पीठ की पूजा की जाती है।
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चंडिका देव के बारे में बताया जाता है कि वहां पर पूर्व में एक गुप्त पूजा स्थल था जहां पर रजवाड़े अपने बैगाओं से पूजा करवाते थे, लेकिन यह स्थल अब बंद है और इसी के साथ चंडिका देव का सामने का भाग भी नहीं दिखता है जिसके कारण उनके पीठ की पूजा की जाती है।
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मुंह से सम्बंधित लक्षण-जबड़ों का सिकुड़ जाना, मुंह के छोटे-छोटे से छाले हो जाना, लार के साथ खून का आना, जीभ के सामने का भाग बिल्कुल साफ नज़र आना लेकिन पीछे के भाग में गाढ़ा सा लेप छाए हुए रहना, दांतों में दर्द सा होना जो पदार्थों को पीने से ज्यादा दर्द होता है, मसूढ़ों का सूज जाना आदि मुंह के रोगों के लक्षणों में रोगी को नक्स वोमिका औषधि देने से आराम मिलता है।