| 21. | पूतों के मस्तक पर सिंदूरी रंग तिलक
|
| 22. | सिंदूरी साँझ और ख़ामोश आदमी / सुदर्शन वशिष्ठ (कविता-संग्रह)
|
| 23. | सिंदूरी है माँ का सर और सिंदूरी मेरा कफन,
|
| 24. | सिंदूरी है माँ का सर और सिंदूरी मेरा कफन,
|
| 25. | सिंदूरी पृष्ठ पर उभरे अचानक सुरमई अ्क्षर
|
| 26. | सिंदूरी शाम........उस निश्तब्ध.....अंधकार में......पलाश वृक्षों तले फुसफुसाते हुए..........
|
| 27. | सिंदूरी उबटन से लिपटी छबि तनु की
|
| 28. | आसमान सारा का सारा सिंदूरी हो उठा।
|
| 29. | तम सूरज को नहीं खा सके और सिंदूरी शाम।
|
| 30. | ग़ज़ल-यूँ चम्पई रंगत प सिंदूरी निखार है
|