धृतराष्ट्र जी की मदद के लिए संजयजी उनके साथ हैं जिनको वेदव्यास [गीता-18.75] जी द्वारा ऐश्वर्य आँखें मिली हुई है जिनकी मदद से वे सुदूरपूर्व की घटनाओं को सुन और देख सकते हैं संजय से पूंछते हैं-हे संजय! मेरे और पांडव के पुत्रों के मध्य धर्म क्षेत्र, कुरुक्षेत्र में क्या हो रहा है?