रेग्युलर ऍक्सप्रैशन का प्रयोग कई प्रोग्रामन भाषाओं में करना सम्भव है (जैसे जावास्क्रिप्ट में) इसके प्रयोग से एक ही लाइन में बहुत बड़ी बात कही या लिखी जा सकती है जिससे प्रोग्राम छोटा और सुवाच्य (वाचने में सरल) हो जाता है।
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चूंकि इन समितियों में ग्रामीण क्षेत्र अर्थात् कम शिक्षित महिलाएं शामिल रहेंगी, इसलिए तय यह किया गया है कि जनपद स्तर पर कार्यरत पीएचई व ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के तकनीकी अमले द्वारा समिति को मार्गदर्शन सुवाच्य हिन्दी में उपलब्ध कराया जाए।
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रेग्युलर ऍक्सप्रैशन का प्रयोग कई प्रोग्रामन भाषाओं में करना सम्भव है (जैसे जावास्क्रिप्ट में) इसके प्रयोग से एक ही लाइन में बहुत बड़ी बात कही या लिखी जा सकती है जिससे प्रोग्राम छोटा और सुवाच्य (वाचने में सरल) हो जाता है।
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गुजराती य अन्य देशी भाषाओं में, या अंग्रेजी दैनिक, साप्ताहिक या मासिक में प्रकाशित कितने लेख उक्त परिभाषा पर खरे उतरेंगे? हद से हद हमें मुट्ठीभर ऐसे लेख मिलेंगे जिन्हें रस्किन ने ‘ क्षणजीवी सुवाच्य लेखन ' कहा है।
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रस्किन ने ‘ क्षणजीवी लेखन ' की परिभाषा यूँ की है, ‘ किसी घटना अथवा स्थिति का सुवाच्य वर्णन, अथवा कुछ मित्रों की सुवाच्य चर्चा या भाषण, जिसे आप सुबह नाश्ते के साथ पढ़ना चाहें-जिसे पढ़ना चाहिए, न पढ़ना या उसका उपयोग न करना शरमाने वाली बात कही जाएगी-यह क्षणजीवी लेखन की कोटि में गिना जाएगा ।
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रस्किन ने ‘ क्षणजीवी लेखन ' की परिभाषा यूँ की है, ‘ किसी घटना अथवा स्थिति का सुवाच्य वर्णन, अथवा कुछ मित्रों की सुवाच्य चर्चा या भाषण, जिसे आप सुबह नाश्ते के साथ पढ़ना चाहें-जिसे पढ़ना चाहिए, न पढ़ना या उसका उपयोग न करना शरमाने वाली बात कही जाएगी-यह क्षणजीवी लेखन की कोटि में गिना जाएगा ।