| 21. | उस एक नाड़ी का नाम सुषुम्ना है।
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| 22. | सभी चक्र सुषुम्ना में ही विद्यमान हैं।
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| 23. | प्राण शक्ति का सुषुम्ना में प्रवाह, जठराग्नि तेज।
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| 24. | सुषुम्ना को ही अवधूती भी कहते हैं।
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| 25. | १) इडा नाडी २) पिंगला नाडी ३) सुषुम्ना नाडी
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| 26. | मानव वंश की सुषुम्ना के छोर पर
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| 27. | मस्तिष्क और सुषुम्ना को मिलाकर केन्द्रीय तंत्रिका प्रणाली (
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| 28. | मध्यस्था सुषुम्ना नाड़ी ब्रह्मस्वरूप है और उसी में जगत
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| 29. | यह विकृति सुषुम्ना नाड़ी में भी हो सकती है।
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| 30. | यह विकृति सुषुम्ना नाड़ी में भी हो सकती है।
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