| 21. | ये सभी सूक्ष्म होते हैं और केवल सूक्ष्मदर्शी द्वारा ही इनका अध्ययन किया जा सकता हैं।
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| 22. | ये सभी सूक्ष्म होते हैं और केवल सूक्ष्मदर्शी द्वारा ही इनका अध्ययन किया जा सकता हैं।
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| 23. | रिअल लीनिअर पॉलीमर कड़ियां, जो परमाणिव्क बल सूक्ष्मदर्शी द्वारा तरल माध्यम के अधीन देखी गयी हैं।
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| 24. | शरीर पारदर्शक होने के कारण इसकी अंत: रचना का अध्ययन जीवित अवस्था में सूक्ष्मदर्शी द्वारा किया जा सकता है।
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| 25. | ग्रंथि को काटकर सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखने से उसमें एक छोटा बाह्य प्रांत दिखाई पड़ता है, जो प्रांतस्थ (कारटेक्स,
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| 26. | शरीर पारदर्शक होने के कारण इसकी अंत: रचना का अध्ययन जीवित अवस्था में सूक्ष्मदर्शी द्वारा किया जा सकता है।
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| 27. | इस रूप में इसे सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखने से उसमें विद्यमान छिद्र, विजातीय पदार्थ अथवा धातुमल इत्यादि दिखलाई पड़ते हैं।
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| 28. | सूक्ष्मदर्शी द्वारा इन ग्रंथियों की रचना का ज्ञान प्राप्त होने से 19वीं शताब्दी में इस विद्या की असीम उन्नति हुई।
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| 29. | अब स्केननिंग प्रोब सूक्ष्मदर्शी द्वारा उस संरचना का वर्णन करना संभव हो गया है, जिसे हम देख नहीं सकते हैं।
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| 30. | अब स्केननिंग प्रोब सूक्ष्मदर्शी द्वारा उस संरचना का वर्णन करना संभव हो गया है, जिसे हम देख नहीं सकते हैं।
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