मैगनिस्ट्रान अधिक शक्तिशाली, अति सूक्ष्म तरंग के उत्पादन कार्य में लाई जाती है, जिसका उपयोग राडार में किया जाता है।
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यह विकिरण ब्रह्मांड में अभी तक ब्रह्मांडीय सूक्ष्म तरंग विकिरण (cosmic microwave radiation) के रूप में बिखरा पड़ा है।
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कम्प्यूटर तंत्र के अंतर्गत मास्टर के साथ माइक्रोवेव टावर्स (सूक्ष्म तरंग प्रणाली) द्वारा विभिन्न कम्प्यूटर केन्द्र जुड़े रहते हैं।
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उदाहरण के लिए, कॉस्मिक सूक्ष्म तरंग पृष्ठभूमि तापमान को उपग्रह अवलोकन जैसे WMAP द्वारा अवलोकित फोटोन के प्रतिबिम्ब से मापा जा सकता है.
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26. 04.2012 राडार प्रतिबिंबन उपग्रह (रिसैट-1) एक अत्याधुनिक सूक्ष्म तरंग दूर संवेदी उपग्रह सिंथेटिक एपर्चर राडार (एस.ए.आर) नीतभार है जो सी बैण्ड में (5.35
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रेडियो प्रसारण में 1 मीटर को एकक माना जाता है, तथा रेडियो के सूक्ष्म तरंग विभाग में एक मिलीमीटर को एकक माना जाता है।
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चूंकि यह सूक्ष्मतरंग विकिरण सभी दिशाओं में समान रूप से उपस्थित मिलता है, इसका नाम ‘ पृष्ठभूमि सूक्ष्म तरंग विकिरण ' रखा गया।
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इन नलियों में सबसे अधिक उपयोगी क्लाइस्ट्रान है, जो अति सूक्ष्म तरंग के लिए दोलक तथा प्रवर्धक के रूप में काम में लाई जाती है।
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ब्रह्मांडीय सूक्ष्म तरंग विकिरण (cosmic microwave background radiation-CMB): यह ब्रह्मांड के उत्पत्ति के समय से लेकर आज तक सम्पूर्ण ब्रह्मांड मे फैला हुआ है।
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लेकिन इस वर्णक्रम की सबसे सूक्ष्म तरंग भी इन कणो से बड़ी है, इसलिये इलेक्ट्रान या उससे छोटे कणो को किसी भी सूक्ष्मदर्शी से देखना संभव नही है।