हमें क्या करना होगा? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जो हमारे सिर पर मंडरा रहें हैं, और इन्हें मंडराना भी चाहिये | हम मनुष्य हैं, हमें एक दूसरे से लगाव होना चाहिये, और हमें सुरक्षित महसूस करना चाहिये, कि अगर हमें कल कोई परेशानी होती है, तो इतने सारे हाथ आज हमारी मदद को आगे आ जायेंगे |