इनकी ख्याति खास तौर पर इनके अंग्रेज़ी भाषा पर किए गए शोध-कार्य से हुई तथा स्वरोच्चारण व शैली-शास्त्र तथा भाषा-शास्त्र का धार्मिक, शिक्षा व चिकित्सालय संबंधी संदर्भों में उपयोग पर कार्य से भी, विशेष तौर पर लक्षणात्मक व रोगोपचार के लक्ष्यों को लेकर भाषाई पहचान की तकनीकों के समूह के विकास पर किए गए काम से।