गत तीन शताब्दियों में अनेक भूवेत्ताओं ने भारत के स्वर्णयुक्त क्षेत्रों में कार्य किया किंतु अधिकांशत: वे आर्थिक स्तर पर सोना प्राप्त करने में असफल ही रहे।
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आधुनिक विधि द्वारा स्वर्णयुक्त क्वार्ट् ज (quartz) को चूर्ण कर पारद की परतदार ताम्र की थालियों पर धोते हैं जिससे अधिकांश स्वर्ण थालियों पर जम जाता है।
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” शीतोप्लादि चुर्ण लो शहद मिला कर एक चम्मच दिन मे तीन बार अगर बलगम आता है तो या फ़िर महालक्ष्मी विलास रस स्वर्णयुक्त लो इस खांसी बुखार का पता ही नही चलेगा।
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चतुर्मुख रस (स्वर्णयुक्त): समस्त प्रकार के वायु स्नायु रोग, दौर्बल्य, मानसिक विकार, शारीरिक क्षीणता, मूत्र विकार, पुराना बुखार, खांसी, अम्लपित्त, प्रसूत ज्वर आदि में लाभकारी।
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कुमार कल्याण रस (स्वर्णयुक्त): बच्चों के सभी रोग, जैसे ज्वर, खाँसी, श्वास, उल्टी, दस्त होना, दूध डालना, सूखा रोग, पसली चलना आदि में शीघ्र लाभकारी तथा बच्चों को बलवान बनाता है।
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श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर आदिनाथ भगवान के मुख्य मंदिर एवं गुरुदेव का समाधि मंदिर (स्वर्णयुक्त) गुरुभक्तों के आकर्षण का केन्द्र है ' गुफा: गुरुदेव ने अपने जीवनकाल में जप-तप-ध्यान-आराधना कर समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया था।
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उसकी लिखाई, प्रत्येक पंक्ति के पीछे की विभिन्न रंगों की पृष्ठभूमि तथा उसमें स्वर्णयुक्त स्याही का किया गया प्रयोग निश्चित रूप से एक बार तो किसी भी पारखी व्यक्ति को भी यह सोचने के लिए मजबूर कर सकता है कि हो न हो यह वही महाभारत होगी जो दारा शिकोह ने फारसी में स्वयं लिखी है ।