नानकचन्द ने हठ करना शुरू किया और बूढ़े लाला इनकार करते रहे, यहॉँ तक कि नानकचन्द झूँझलाकर बोला-अच्छा कुछ मत दीजिए, मैं यों ही चला जाऊँगा।
22.
तुम्हारे हठ से झुंझलाने के क्रम में भी तुम हठ करना नहीं भूलती थी और मै पूरा करने से नहीं चूकना चाहता था अब उसी हठ को तरसता हूँ...
23.
अर्थात मूर्ख के पाँच लक्षण हैं-प्रथम गर्व करना, दूसरा दुर्वचन बोलना, तीसरा हठ करना, चौथा कलह करना एवं पाँचवाँ कहे हुए वचनों का पालन न करना ।
24.
इसलिये अन्ना का उक्त विषय पर अनशन पर जाने का हठ करना किसी भी रूप में उचित नही है क्योंकि कोई भी व्यक्ति या संस्था न तो इस दुनिया में एब्सोल्यूट (ablolute) है और न ही उनके विचार सम्पूर्ण रूप से सही हो सकते है ।
25.
अब तो तुम्हारा इंतज़ार भी किसी और के लिए है नहीं तो बचपन में घंटों अपने बाबा का बाट जोहती थी तुम्हारे हठ से झुंझलाने के क्रम में भी तुम हठ करना नहीं भूलती थी और मै पूरा करने से नहीं चूकना चाहता था अब उसी हठ को तरसता हूँ...
26.
यही बात हमारे रिश्तों में भी है | हम हर परिस्थिति में हठ नहीं कर सकते | यदि आप अपने पिता के साथ हर समय हठ करेंगे, और फिर उम्मीद करेंगे कि बात बन जाए तो ऐसा नहीं होगा | कभी प्यार, कभी हठ करना और कभी कभी गुस्सा करने से काम होता है |