वही हड्डियों का ढाँचा, वही बिखरे हुए बाल, वही पागलपन, वही डरावनी आँख, मूँगा का नखशिख दिखाई देता था।
22.
यद्यपि उनका शरीर हड्डियों का ढाँचा मात्र रह गया था, फिर भी उनके मन में जरा भी पीड़ा नहीं थी॥ 2 ॥
23.
सारी उम्र कठिनाईयों से लड़ने वाली माँ चमड़ी में लिपटी हड्डियों का ढाँचा रह गयी थी, लगता कि ज़ोर से दबाओ तो चटख जायेंगी.
24.
पर मुश्किल तो यह है कि गरीब जनता के तन में मांस है ही कहाँ? उनका शरीर तो हड्डियों का ढाँचा मात्र ही है।
25.
सारी उम्र कठिनाईयों से लड़ने वाली माँ चमड़ी में लिपटी हड्डियों का ढाँचा रह गयी थी, लगता कि ज़ोर से दबाओ तो चटख जायेंगी.
26.
सामने औंधे मुँह पडी वह औरत बस हड्डियों का ढाँचा मात्र थी जो जरा भी हिलाने--डुलाने क्या, छूने तक से टूट सकती थी।
27.
वे आकर चुपचाप खड़े हो गये-शरीर हड्डियों का ढाँचा, फटी लटकती कमी, मटमैला पाजामा. तरु की ओर देखे जा रहे हैं.
28.
धूप में चलने के कारण उनका रंग सँवला गया था और भूख-प्यास ने उनके शरीरों को अति दुर्बल कर दिया था और वे हड्डियों का ढाँचा भर रह गई थीं।
29.
नतीजा यह हुआ कि सैमुएल जो कभी एक स्वस्थ, गोल-मटोल और गोरे रंग का बच्चा था, 8 सहीने की आयु में ही हड्डियों का ढाँचा बन कर रह गया था।
30.
अ र्थान्तर की कुछ इसी क्रिया से बना है कंगाल शब्द जिसका मूल रूप है संस्कृत कङ्कालः या कङ्कालम् जिसका अर्थ है जरावस्था या बीमारी क्षीण शरीर, हड्डियों का ढाँचा, अस्थिपंजर।